बड़वानी. बड़वानी जिले के अंजड़ में बुधवार रात एक दुल्हन एक हाथ में तलवार और दूसरे में घोड़े की लगामथामआगे बढ़ रही थी। पीछेडीजे की धुन पर परिजन नाचते-गाते चल रहे थे। दुल्हन को इस रूप में देखकर लोगों ने माता-पिता की तारीफ की। कहा- लड़कियों को अब रानी लक्ष्मीबाई बनने की जरूरत है। शादी से पहले परिजन रात में दुल्हन की बाना रस्म निभा रहे थे।
बड़वानी जिले के अंजड में विठ्ठल भामरे की बेटी अश्विनी की शादी थी।बुधवार को शादी के पहले बाना निकाला गया, जिसमें बड़ी संख्या में परिवार के लोग शामिल हुए। बाने के दौरान दुल्हन झांसी की रानी के रूप में शहर की सड़कों पर निकली। वह हाथ में तलवार लिए घोड़े पर सवार थी। ठीकरी रोड से निकला बाना नगर के मुख्य मार्ग से होकर समारोह स्थल पर पहुंचा। जिसने भी अश्विनी को लक्ष्मीबाई के रूप में देखा, उसने खुशी जाहिर की। बाना रस्म'हल्दी हाथ' बारात जाने से पहले की मानी जाती है। इसेदूल्हा और दुल्हन के घरों में लगभग एक समय में निभायाजाताहै।
खंडवा में सगी बहनें बारात लेकर पहुंची थीं
22 जनवरी को खंडवा में दुल्हन साक्षी पाटीदार और सृष्टि पाटीदार बैंड-बाजे के साथ तलवार हाथ में लिए घोड़ी पर सवार होकरमंडप में पहुंची थीं। इस दौरानशादी में पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया गया था। इसके लिए शादी का निमंत्रण कार्ड पेपर की जगह कपड़े के रूमाल पर बनाया गया था।