पंचायत चुनाव / मस्तूरी में विजय रैली के दौरान दो पक्षों में खूनी संघर्ष, 6 घायल

  • दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर तलवार, चापड़, राॅड व लाठियों से एक-दूसरे पर हमला किया, इससे 6 घायल हो गए

  • पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर एक-दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कर, घायलों को सिम्स में भर्ती कराया

    बिलासपुर .मस्तूरी क्षेत्र की ग्राम पंचायत भिलाई में बुधवार की रात विजय जुलूस के दौरान दो पक्ष भिड़ गए। उनके बीच खूनी संघर्ष हुआ। तलवार, चापड़, राॅड व लाठियों से एक-दूसरे पर हमला किया। इससे 6 घायल हो गए। उन्हें सिम्स में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर एक-दूसरे के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है।



    पहली एफआईआर जयरामनगर बाजारपारा निवासी उमाशंकर मिरी पिता स्व. रोहित लाल मिरी की ओर से दर्ज कराई गई है। उसके एफआईआर के अनुसार वह खुद का ट्रैक्टर चलाता है। 28 जनवरी को ग्राम पंचायत भिलाई के वार्ड क्रमांक 10 से उसकी पत्नी प्रीती मिरी पंच का चुनाव जीती हैं। वहां से सरपंच श्यामलाल पटेल की पत्नी भानमति ने भी चुनाव में विजयी हुई हैं। 29 जनवरी को श्यामलाल विजय जुलूस लेकर उसके वार्ड में आया और उसे स्वागत के लिए बेलटुकरी मोड़ जयरामनगर के पास बुलाया। रात 9.30 वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ इसमें शामिल हुआ। माल्यार्पण के दौरान ग्राम भिलाई के ही बबलू बंदे, छोटेलाल बंदे, सुरेश बंदे,अश्वनी बंदे, ईश्वर बंदे, सोहन बंदे, दुर्गा बंदे, विजय बंदे महेत्तर बंदे वहां हाथ में तलवार लोहे की पाइप, मुर्गा काटने का चापड़ व लाठियां लेकर पहुंचे और गालियां देने लगे और चुनाव हराने का आरोप लगाकर विजय जुलूस को घेर लिया। किसान परसदा के अवध बिहारी दिनकर,चंदालाल टोडर व टीमक लहरे पहुंचे और विजय जुलूस को आगे बढ़ाने लगे। उसी समय बबलू बंदे व छोटेलाल बंदे ने श्यामलाल के सिर पर तलवार से वार कर दिया। इससे वह घायल होकर जमीन पर गिर गया। सुरेश बंदे ने चंदालाल टोडर व टीमक लहरे को चापड़ से मारा। सोहन बंदे, ईश्वर बंदे, दुर्गा बंदे, विजय बंदे, अश्वनी बंदे, महेत्तर बंदे ने लाठियां चलाई।



    इससे अवध बिहारी बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। सुरेश विश्वकर्मा के सिर पर लाठियों से वार किया गया।इससे वह भी जमीन पर गिर पड़ा। घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मस्तूरी लाया गया। यहां से सभी को सिम्स रेफर कर दिया गया। पुलिस ने आरोपियों पर विभिन्न धाराओं के तहत जुर्म दर्ज किया है। दूसरी ओर से शिवकुमार बंदे ने रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें उसने बताया है कि 28 जनवरी को ग्राम पंचायत भिलाई के वार्ड क्रमांक 10 से उसकी पत्नी इंदिरा बंदे चुनाव में हार गई हैं। निर्वाचित सरपंच भानमति पटेल के पति श्यामलाल पटेल ने 29 जनवरी की रात करीब 9.30 बजे विजय जुलूस निकाला। डीजे लेकर उनके वार्ड बेलटुकरी मोड़ जयरामनगर के पास आए और यहां सुमित लोहार उसकी पत्नी को देखकर अभद्र टिप्पणी कर डांस करने लगा। उसकी पत्नी ने देवर सुरेश को इसकी जानकारी दी। सुरेश ने सुमित को रोका तो सुमित व उसके भाई ने मिलकर सुरेश की पिटाई कर दी। सुरेश ने दौड़ते हुए आकर मारपीट की जानकारी दी फिर शिवकुमार व उसके परिवार के लोग विजय जुलूस के पास पहुंचे।


    सुरेश ने हाथ मुक्का से व श्यामलाल पटेल ने जुलूस में शामिल लोगों के चेहरे पर वार किया। रोका तो चोट आई। सुरेश लोहर ने उसकी पत्नी इंदिरा के पैर पर मारा। इससे वह घायल हो गई। सुरेश बंदे व लल्लू बंदे को चंदा टोडर व अवध बिहारी ने डंडे से मारा। इससे सिर में चोट आई है। इसी तरह शिवकुमार के भाई सोहन को टीमक व सूरज मधुकर को सानू ने डंडे से मारा। कुछ ही देर बाद घर के पास भीड़ पहुंची। सभी शराब के नशे में धुत थे। इनमें से अजय लोहार व कुसुवा ने शिवकुमार के भाई देवी प्रसाद बंदे व बहन संजीत मधुकर की पिटाई की। वहीं भागवत सतनामी व चंदा टोडर घर व गाड़ी में पेट्रोल डालकर आग लगाने के लिए लोगों को उकसा रहे थे। शिवकुमार ने खिड़की से देखा। भीड़ ने उसके घर के दरवाजे को लात,डंडा से मारकर तोड़फोड़ कर रही थी। उन्होंने डिलीवरी वाहन को आग लगा दी और चंदन यादव की बाइक व राजा राय व शिवकुमार बंदे की झोपड़ी व शिवकुमार के पान ठेला में तोड़फोड़ की। पुलिस ने इस मामले में भी आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है।


    ग्रामीणों ने घेरा थाना, बोले- पुलिस ने बेवजह लाठियां चलाईं, निर्दोषों को गिरफ्तार किया


    कांकेर/नरहरपुर | मतदान के दिन रिसेवाड़ा में पुलिस जवानों पर हुए हमले में कुछ ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जब उन्हें पकड़ा गया तो ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ गया। जिसके चलते गुरूवार को रिसेवाड़ा व भैंसमुंडी के गुस्साए ग्रामीणों ने गांव में चल रहे मेले को छोड़ नरहरपुर थाना का घेराव कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ बिना किसी कारण लाठी चार्ज करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किए गए ग्रामीणों को निशर्त छोडऩे की मांग की। उन्होंने जिन ग्रामीणों के लिए अपराध दर्ज किया गया है और जिन्हें आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया गया है उन्हें पूरी तरह से निर्दोष बताया। इस मामले को लेकर ग्रामीणों की पुलिस के साथ तीखी बहस होने के साथ ही उसके खिलाफ जमकर नारे बाजी भी की गई। ग्राम पंचायत रिसेवाड़ा में 28 जनवरी की रात मतगणना के बाद विजेता प्रत्याशियों द्वारा पेालिंग बूथ के पास जश्र मनाया जा रहा था।


    इस दौरान पोलिंग बूथ में ड्यूटी कर रहे पुलिस जवानों ने उन्हें कैंपस से दूर रहने समझाइश दी थी। जिससे विवाद हो गया। जवानों ने इसकी सूचना तत्काल नरहरपुर थाना में दी। जहां से पेट्रोलिंग पार्टी गांव पहुंची। पुलिस के अनुसार ग्रामीणों ने जवानों पर ईंट पत्थर लाठी डंडे से हमला कर दिया। जिससे एक जवान घायल हो गया। इधर ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने बेवजह लाठी चार्ज जैसे लाठियां भांजी।
    बहरहाल इसी मामले में पुलिस ने गांव के 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसमें कुछ लोगों को जब गिरफ्तार कर नरहरपुर थाना लाया गया तो ग्रामीणों का आक्रोश और बढ़ गया। गुरूवार सुबह पुलिस गिरफ्तार कर 9 लोगों को जैसे ही थाना से कोर्ट ले जाने निकल रही थी भैंसमुंडी व रिसेवाड़ा के ग्रामीण वाहनों में भर भरकर नरहरपुर पहुंच गए और थाना का घेराव कर दिया।



    गिरफ्तार ग्रामीणों को को निर्दोष बताते उन्हें छोडऩे की मांग की। ग्रामीण थाना के गेट पर ही खड़े होकर प्रदर्शन करने लगे। जिससे पुलिस को गिरफ्तार ग्रामीणों को कोर्ट ले जाने में परेशानी हो रही थी। स्थिति देख हल्बा चौकी प्रभारी मनोहर सिन्हा उन्हें समझाने आए तो नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य हेमलाल मरकाम व अन्य ग्रामीणों के साथ उनकी तीखी बहस हुई। इसके बाद तहसीलदार आशा मौर्य ने भी ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। सूचना पाकर विधायक शिशुपाल शोरी भी वहां पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने के साथ ही मामले की जांच का भी आश्वासन दिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस जवानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने आवेदन दिया। तब जाकर मामला शांत हुआ और पुलिस गिरफ्तार ग्रामीणों को लेकर कोर्ट रवाना हुई।


    जीत का जश्न मनाने निकले दो दोस्तों की हादसे में मौत, आरक्षक घायल


    जशपुरनगर :त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जीत के अति उत्साह ने दो परिवारों की खुशियां हमेशा के लिए छीन ली। जीत के बाद खुशियां मनाने के लिए हाई स्पीड बाइक में चार युवक बैठकर तेज रफ्तार से जा रहे थे। बाइक अनियंत्रित हो कर सामने से चुनाव ड्युटी कर वापस जा रहे आरक्षक की बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बाइक चालक आरक्षक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।



    इचकेला निवासी उपेंद्र साय पिता महेश्वर साय, अपने तीन साथी केश्वर सिंह, अजय सिंह और भीष्म नारायण के साथ पंचायत चुनाव में उनके समर्थक प्रत्याशी को मिली जीत का जश्न मनाने के लिए निकले थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चारों युवक बाइक से काफी तेज रफ्तार से इचकेला से आरा की ओर जा रहे थे। इसी दौरान आरा में तैनात आरक्षक राम वृक्ष अपनी बाइक से चुनावी ड्यूटी करने जशपुर की ओर आ रहे थे।


    इसी दौरान आरा चौकी क्षेत्र के बाेकी गांव के पास दोनों बाइक में आमने सामने की जबरदस्त भिड़ंत हो गई। हादसे में बाइक सवार उपेंद्र साय की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं गंभीर रूप से घायल केश्वर सिंह को इलाज के लिए जशपुर लाते समय रास्ते में मौत हो गई। बाइक सवार दो अन्य घायल अजय और भीष्म नारायण के साथ आरक्षक राम वृक्ष को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। आरक्षक के पैर में गंभीर चोट आई है। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है।


    पंच ने मनाया जीत का जश्न, फिर लगाई फांसी


    कांकेर | नरहरपुर जनपद के ग्राम पंचायत कुम्हानखार में विजेता पंच ने मतगणना के दूसरे दिन फांसी लगा खुदकुशी कर ली। फांसी लगाने से पहले पंच गोविंद शोरी ने अपनी जीत के जश्न में पार्टी भी मनाया था। 29 जनवरी को विजेता सरपंच व पंचों ने रैली निकाली थी। जिसमें पंच गोविंद शोरी भी शामिल था। शाम को जब वह दिखाई नहीं दिया तो उसकी खोजबीन शुरू की गई। जिसमें पता चला कि वह अपने घर की बाडी में फांसी लगा लिया है। पंच ने फांसी क्यों लगाई इसका कारण अज्ञात है। जिसकी पुलिस जांच कर रही है। परिजनों के अनुसार मतदान के पूर्व से वह चुप चुप रह रहा था।पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।