अनुराग ठाकुर: सुर्ख़ियां बटोरने की कला में माहिर

लाल चौक जाएंगे, तिरंगा वहीं लहराएंगे"- इसी नारे के साथ अनुराग ठाकुर ने अपनी राष्ट्रीय एकता यात्रा को आक्रामक राष्ट्रवाद के रंग में रंगने की कोशिश की थी.


इस यात्रा के ज़रिए 2011 में संकटग्रस्त कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराकर उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति को मज़बूत किया था.


इस यात्रा के दौरान उन्हें लखनपुर (जम्मू) में रोक दिया गया और उनके साथ भाजपा नेता स्वर्गीय सुषमा स्वराज,अरुण जेटली और अन्य लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया था.


तब से अब तक घाटी में बहुत कुछ बदल चुका है. हालात भी, उनकी भूमिका भी, उनका क़द भी और उनका पद भी.


आज से लगभग नौ साल पहले जो अनुराग ठाकुर भाजपा युवा मोर्चा (एबीवीपी) के अध्यक्ष थे, अब वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री हैं.