भारत में कोरोना वायरस के दूसरे मामले का केरल के तिरुवनंतपुरम में पता चला है. तीन दिन पहले, केरल में ही कोरोना वायरस से संक्रमित पहले मरीज़ का पता चला था.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ़ से जारी किए बयान में कहा गया है कि संक्रमित व्यक्ति चीन से लौटकर आया था. उसे एक अस्पताल में अलग से रखा गया है. सरकार ने बताया है कि मरीज़ स्थिर है और उस पर नज़र रखी जा रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस को लेकर मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की है. कैबिनेट सचिव ने भी इसे लेकर स्वास्थ्य, नागरिक उड्ड्यन, टेक्स्टाइल और फार्मा सचिवों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की है.
इस बीच एयर इंडिया की स्पेशल फ़्लाइट से रविवार को 323 भारतीयों और सात मालदीव के लोगों को चीन के वुहान शहर से भारत लाया गया. इनमें बड़ी संख्या में वुहान में पढ़ रहे भारतीय छात्र हैं.
इससे पहले शनिवार को केरल की सरकार ने एक महिला के कोरोना वायरस से पीड़ित होने की पुष्टि की थी. वो महिला पिछले हफ़्ते चीन से लौटी थी. राज्य सरकार का कहना है कि महिला तेज़ी से ठीक हो रही है. इस महिला को तृशूर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में रखा गया है. कोरोना वायरस को लेकर केरल में 1600 लोगों को निगरानी में रखा गया है. 30 को अलग-अलग अस्पताल में जांच के लिए भेजा गया है. देश के अलग-अलग हवाई अड्डों पर प्रशासन को सतर्क रखा गया है
कोरोना वायरस से संक्रमण का सबसे ज़्यादा ख़तरा किन्हें है?
केरल में चीन से लौटे जिस छात्र में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्ट हुई है उसकी हालत स्थिर बनी हुई है. ये भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण का पहला मामला है.
लेकिन केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा का कहना है कि मरीज़ को त्रिशूर अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड ( एकांत वॉर्ड) में रखा गया है और उनकी हालत स्थिर है.
केरल में कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति ये है -
- केरल में क़रीब 1053 लोगों को निगरानी में रखा गया है
- 24 सैंपल पुणे भेजे गए
- 15 सैंपल निगेटिव मिले
- 1 सैंपल पॉज़िटिव
- गुरुवार को सात मरीज़ भर्ती
- अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है 15 लोगों का इलाज
केरल में अधिकारियों ने अलग-अलग अस्पतालों में क़रीब 15 आइसोलेशन वॉर्ड में मरीज़ों को रखा है और क़रीब 1053 लोग निगरानी के तहत हैं.
चीन से फैले इस वायरस की वजह से अब तक क़रीब 170 लोगों की मौत हो चुकी है.